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We kindly request all Believers to Pray for this Ministry Works to continue with out any interruption. We will be back soon by Gods Grace. Thanks for your Prayers
Word of God today (29-09-2012) - English

Peace I leave with you; my peace I give you. I do not give to you as the world gives. Do not let your hearts be troubled and do not be afraid. (John 14:27)

今天神的话语(29-09-2012) - 中国 - Chinese

27我 留 下 平 安 给 你 们 ; 我 将 我 的 平 安 赐 给 你 们 。 我 所 赐 的 , 不 像 世 人 所 赐 的 。 你 们 心 里 不 要 忧 愁 , 也 不 要 胆 怯 。 (约翰福音14:27)

イエス·キリストの言葉今日(29-09-2012) - 日本 - Japanese

27 わたしは平和をあなた方に残し,わたしの平和をあなた方に与える。わたしはあなた方に,世が与えるのと同じようにして与えるのではない。あなた方の心を騒がせたり,恐れたりしてはいけない。 (ヨハネ午後 14:27)

예수 그리스도의 말씀 오늘 (29-09-2012) - 한국

27평안을 너희에게 끼치노니 곧 나의 평안을 너희에게 주노라 내가 너희에게 주는 것은 세상이 주는 것 같지 아니하니라 너희는 마음에 근심도 말고 두려워하지도 말라 (요한 14:27)

Palabra de Dios hoy (29-09-2012) - Español - Spanish

27 La paz os dejo, mi paz os doy; no os la doy como el mundo la da. No se turbe vuestro corazón, ni tenga miedo. (Juan 14:27)

Слово Божье сегодня (29-09-2012) - русский - Russian

27 Мир оставляю вам, мир Мой даю вам; не так, как мир дает, Я даю вам. Да не смущается сердце ваше и да не устрашается. (Иоанн 14:27)

Parole de Dieu aujourd'hui (29-09-2012) - Français - French

27 Je vous laisse la paix, je vous donne ma paix. Je ne vous donne pas comme le monde donne. Que votre coeur ne se trouble point, et ne s'alarme point (Jean 14:27)

Wort Gottes heute (29-09-2012) - Deutsch - German

27 Den Frieden lasse ich euch, meinen Frieden gebe ich euch. Nicht gebe ich euch, wie die Welt gibt. Euer Herz erschrecke nicht und fürchte sich nicht. (Johannes 14:27)

Guds Ord i dag (29-09-2012) - norsk - Norwegian

27 Fred efterlater jeg eder, min fred gir jeg eder; ikke som verden gir, gir jeg eder. Eders hjerte forferdes ikke og reddes ikke! (Johannes 14:27)

Słowo Boże dziś (29-09-2012) - Polski - Polish

27 Pokój zostawuję wam, pokój on mój daję wam; nie jako daje świat, ja wam daję; niechże się nie trwoży serce wasze, ani się lęka. (Jana 14:27)

Palavra de Deus hoje (29-09-2012) - Português

27 Deixo-vos a paz, a minha paz vos dou; eu não vo-la dou como o mundo a dá. Não se turbe o vosso coração, nem se atemorize. (João 14:27)

Cuvântul lui Dumnezeu Zilei (29-09-2012) - Română - Romanian

27 Vă las pacea, vă dau pacea Mea. Nu v'o dau cum o dă lumea. Să nu vi se tulbure inima, nici să nu se înspăimînte. (Ioan 14:27)

Guds ord i dag (29-09-2012) - Svenska - Swedish

27 Frid lämnar jag efter mig åt eder, min frid giver jag eder; icke giver jag eder den såsom världen giver. Edra hjärtan vare icke oroliga eller försagda (Johannes 14:27)

Fjala e Perëndisë sot (29-09-2012) - Albanian

27 Unë po ju lë paqen, po ju jap paqen time: unë po jua jap, po jo si e jep bota; zemra juaj mos u trondittë dhe mos u frikësoftë. (Gjoni 14:27)

كلمة الله اليوم (29-09-2012) - العربية 27 سلاما اترك لكم .سلامي اعطيكم .ليس كما يعطي العالم اعطيكم انا .لا تضطرب قلوبكم ولا ترهب . (يوحنا 27:14)

خدا کی طرف سے ہونے میں شک کرتا آج (29-09-2012) - اردو 27 مَیں تُمہیں اِطِمینان دِئے جاتا ہُوں۔ اپنا اِطِمینان تُمہیں دیتا ہُوں۔ جِس طرح دُنیا دیتی ہے مَیں تُمہیں اُس طرح نہِیں دیتا۔ تُمہارا دل نہ گھبرائے اور نہ ڈرے۔ (جان 27:14)

کلام خدا امروز (29-09-2012) - فارسی 27 سلامتی برای شما می‌گذارم، سلامتی خود را به شما می‌دهم. نه چنانکه جهان می‌دهد، من به شما می‌دهم. دل شما مضطرب و هراسان نباشد. (یوحنا 27:14)

आज भगवान के शब्द - (29-09-2012) हिन्दी - Hindi

27 मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूं, अपनी शान्ति तुम्हें देता हूं; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता: तुम्हारा मन न घबराए और न डरे। (John 14:27)

ঈশ্বর আজ শব্দ - (29-09-2012) - বাংলা - Bengali

27 ‘শান্তি আমি তোমাদের কাছে রেখে যাচ্ছি৷ আমার নিজের শান্তি আমি তোমাদের দিচ্ছি৷ জগত সংসার য়েভাবে শান্তি দেয় আমি সেইভাবে তা দিচ্ছি না৷ তোমাদের অন্তর উদ্বিগ্ন অথবা শঙ্কিত না হোক৷ (John 14:27)

Word of God Today -(29-09-2012) ગુજરાતી - Gujarati

27 “હું તમને શાંતિ આપીને જાઉં છું. હું તમને આપું છું તે મારી પોતાની શાંતિ છે. જગત આપે છે તેના કરતાં જુદી રીતે હું તમને શાંતિ આપીશ. તેથી તમારા હૃદયોને વ્યાકુળ થવા દેશો નહિ. ડરશો નહિ. (John 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) मराठी - Marathi

27 “शांति मी तुमच्याजवळे ठेवतो, माझी शांति मी तुम्हांला देतो. जसे जग देते तशी शांति मी तुम्हांला देत नाही. तुमची अंत:करणे अस्वस्थ होऊ देऊ नका. आणि भिऊ नका. (John 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) ਪੰਜਾਬੀ - Punjabi

27 “ਮੈਂ ਤੁਹਾਡੇ ਲਈ ਸ਼ਾਂਤੀ ਛੱਡਦਾ ਹਾਂ। ਮੈਂ ਆਪਣਾ ਅਮਨ ਤੁਹਾਨੂੰ ਦਿੰਦਾ ਹਾਂ। ਮੈਂ ਤੁਹਾਨੂੰ ਸੰਸਾਰ ਤੋਂ ਵਖਰੀ ਕਿਸਮ ਦੀ ਸ਼ਾਂਤੀ ਦਿੰਦਾ ਹਾਂ, ਇਸ ਲਈ ਤੁਹਾਡੇ ਦਿਲ ਦੁਖੀ ਅਤੇ ਘਬਰਾਏ ਹੋਏ ਨਹੀਂ ਹੋਣੇ ਚਾਹੀਦੇ। (John 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) ଓରିୟା - Oriya

27 "ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ଶାନ୍ତି ଦଇେ ଯାଉଛି। ଏହି ଶାନ୍ତି ମାେ ନିଜର, ଯାହା ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ଦେଉଛି। ଜଗତ ଯେପରି ଶାନ୍ତି ଦିଏ, ତା'ଠାରୁ ଭିନ୍ନ ଶାନ୍ତି ମୁଁ ତୁମ୍ଭକୁ ଦେଉଛି। ତେଣୁ ମନ ରେ ଦୁଃଖ କର ନାହିଁ। ଭୟ ମଧ୍ଯ କର ନାହିଁ। (John 14:27)
Word of God Today (29-09-2012) Awadhi - Bihar 27 “मइँ तोहरे बरे आपन सांति छोड़त अहउँ। मइँ तोहका पचन्क खुदइ आपन सांति देत अही। मुला मइँ ऍका वइसे नाहीं देत अहउँ, जइसे दुनिया देत ह। तोहरे मन क घबराइ क जरूरत नाहीं अहइ अउर न तउ ओका डेराइ चाही। (John 14:27)
Word of God Today - (29-09-2012) - Maithili - Bihar

27 “शान्‍ति हम अहाँ सभ केँ दऽ जाइत छी। अपन शान्‍ति हम अहाँ सभ केँ दैत छी। जेना संसार दैत अछि, तेना हम नहि दैत छी। अहाँ सभ अपना मोन मे नहि घबड़ाउ, आ ने भयभीत होउ। (John 14:27)

Word of God Today - (29-09-2012) नेपाली -Nepali

27 “म तिमीहरूलाई मेरो शान्ति छोडदछु, यो मेरो आफ्नै शान्ति तिमीहरूलाई दिंदछु। म तिमीहरूलाई शान्ति दिन्छु, यो त्यो शान्ति होइन जुन संसारले दिन्छ। यसकारण तिमीहरूको हृदय विचलित नहोस् अनि कुनै विषयमा पनि नडराऊ। (John 14:27)

இன்றைய வேத வசனம் (29-09-2012) தமிழ் - Tamil

27 சமாதானத்தை உங்களுக்கு வைத்துப்போகிறேன், என்னுடைய சமாதானத்தையே உங்களுக்குக் கொடுக்கிறேன்; உலகம் கொடுக்கிறபிரகாரம் நான் உங்களுக்குக் கொடுக்கிறதில்லை. உங்கள் இருதயம் கலங்காமலும் பயப்படாமலும் இருப்பதாக. (John 14:27)

దేవుని వాక్యము నేడు (29-09-2012) తెలుగు - Telugu

27 శాంతి మీ కనుగ్రహించి వెళ్లుచున్నాను; నా శాంతినే మీ కనుగ్రహించుచున్నాను; లోకమిచ్చు నట్టుగా నేను మీ కనుగ్రహించుటలేదు; మీ హృదయ మును కలవరపడనియ్యకుడి, వెరవనియ్యకుడి. (John 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) (മലയാളം) - Malayalam

27 സമാധാനം ഞാന്‍ നിങ്ങള്‍ക്കു തന്നേച്ചുപോകുന്നു; എന്റെ സമാധാനം ഞാന്‍ നിങ്ങള്‍ക്കു തരുന്നു; ലോകം തരുന്നതുപോലെ അല്ല ഞാന്‍ നിങ്ങള്‍ക്കു തരുന്നതു. നിങ്ങളുടെ ഹൃദയം കലങ്ങരുതു, ഭ്രമിക്കയും അരുതു. (John 14:27)

ದೇವರ ಪದಗಳ ಇಂದು (29-09-2012) (ಕನ್ನಡ) - Kannada

27 ನಾನು ನಿಮಗೆ ಸಮಾಧಾನವನ್ನು ಬಿಟ್ಟು ಹೋಗುತ್ತೇನೆ, ನನ್ನ ಸಮಾಧಾನವನ್ನು ನಾನು ನಿಮಗೆ ಕೊಡುತ್ತೇನೆ; ಲೋಕವು ಕೊಡುವ ರೀತಿಯಲ್ಲಿ ನಾನು ನಿಮಗೆ ಕೊಡುವದಿಲ್ಲ, ನಿಮ್ಮ ಹೃದಯವು ಕಳವಳಗೊಳ್ಳ ದಿರಲಿ ಇಲ್ಲವೆ ಅಂಜದಿರಲಿ. (John 14:27)

Աստծո խոսքն այսօր (29-09-2012) - հայերեն - Armenian

27Խաղաղութիւն կը թողում ձեզի, ի՛մ խաղաղութիւնս կու տամ ձեզի. ես չեմ տար ձեզի ա՛յնպէս՝ ինչպէս աշխարհը կու տայ: Ձեր սիրտը թող չվրդովի ու չերկնչի: (Հովհ. 14:27)

Woord van God vandag (29-09-2012) - Afrikaans

27 “Vrede laat Ek vir julle na; my vrede gee Ek vir julle. Die vrede wat Ek vir julle gee, is nie die soort wat die wêreld gee nie. Julle moet nie ontsteld wees nie, en julle moet nie bang wees nie. (Johannes 14:27)

Jainkoaren Hitza gaur egun (29-09-2012) - Euskal - Basque

27 Baquea vtziten drauçuet, neure baquea emaiten drauçuet: eztrauçuet munduac emaiten duen beçala, nic emaiten çuey. Eztadila trubla çuen bihotza, eta eztadila icit. ( Ioannen 14:27)

Словото на Бога днес (29-09-2012) - български - Bulgarian

27 Мир ви оставям; Моя мир ви давам; Аз не ви давам както светът дава. Да се не смущава сърцето ви, нито да се бои. (Йоан 14:27)

Riječ Božja danas (29-09-2012) - Hrvatski - Croatian

27 Mir vam ostavljam, mir vam svoj dajem. Dajem vam ga, ali ne kao što svijet daje. Neka se ne uznemiruje vaše srce i neka se ne straši. (Ivanu 14:27)

Slovo Boží dnes (29-09-2012) - Česká - Czech

27 Pokoj zůstavuji vám, pokoj můj dávám vám; ne jako svět dává, já dávám vám. Nermutiž se srdce vaše, ani strachuj. (Jan 14:27)

Guds Ord i dag (29-09-2012) - Dansk - Danish

27 Fred efterlader jeg eder, min Fred giver jeg eder; jeg giver eder ikke, som Verden giver. Eders Hjerte forfærdes ikke og forsage ikke! (Johannes 14:27)

Woord van God vandaag (29-09-2012) - Nederlands - Dutch

27 Vrede laat Ik u, Mijn vrede geef Ik u; niet gelijkerwijs de wereld hem geeft, geef Ik hem u. Uw hart worde niet ontroerd en zij niet versaagd. (Johannes 14:27)

Isten Igéje ma (29-09-2012) - Magyar - Hungarian

27 Békességet hagyok néktek; az én békességemet adom néktek: nem úgy adom én néktek, a mint a világ adja. Ne nyugtalankodjék a ti szívetek, se ne féljen! (János 14:27)

Vorto de Dio hodiaux (29-09-2012) - Esperanto

27 Pacon mi lasas al vi; mian pacon mi donas al vi; ne kiel la mondo donas, mi donas al vi. Ne maltrankviliĝu via koro, nek senkuraĝiĝu (Johano 14:27)

Jumala Sõna täna (29-09-2012) - Eesti

27 Rahu Ma jätan teile; Oma rahu Ma annan teile; Mina ei anna teile nõnda nagu maailm annab. Teie süda ärgu ehmugu ja ärgu mingu araks! (John 14:27)

Jumalan sana tänään (29-09-2012) - Suomi - Finnish

27 Rauhan minä jätän teille: minun rauhani-sen minä annan teille. En minä anna teille, niinkuin maailma antaa. Älköön teidän sydämenne olko murheellinen älköönkä peljätkö. (Johanneksen 14:27)

Parola di Dio oggi (29-09-2012) - Italiano

27 Io vi lascio pace; vi do la mia pace. Io non vi do come il mondo dà. Il vostro cuore non sia turbato e non si sgomenti. (Giovanni 14:27)

Dievo Žodis Šiandien (29-09-2012) - Lietuvos - Lithuanian

27 Aš palieku jums ramybę, duodu jums savo ramybę. Ne kaip pasaulis duoda, Aš jums duodu. Tenebūgštauja jūsų širdys ir teneišsigąsta. (Jono 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) - Tagalog

27 Ang kapayapaan ay iniiwan ko sa inyo; ang aking kapayapaan ay ibinibigay ko sa inyo: hindi gaya ng ibinibigay ng sanglibutan, ang ibinibigay ko sa inyo. Huwag magulumihanan ang inyong puso, ni matakot man. (John 14:27)

พระวจนะของพระเจ้าวันนี้ (29-09-2012) - ไทย - Thai

27 เรามอบสันติสุขไว้ให้แก่ท่านแล้ว สันติสุขของเราที่ให้แก่ท่านนั้น เราให้ท่านไม่เหมือนโลกให้ อย่าให้ใจของท่านวิตกและอย่ากลัวเลย (จอห์น 14:27)

Tanrı'nın Sözü Bugün (29-09-2012) - Türkçe

27 Size esenlik bırakıyorum, size kendi esenliğimi veriyorum. Ben size dünyanın verdiği gibi vermiyorum. Yüreğiniz sıkılmasın ve korkmasın. (Yuhanna 14:27)

Слово Боже Сьогодні (29-09-2012) - український - Ukranian

27 Зоставляю вам мир, мир Свій вам даю! Я даю вам не так, як дає світ. Серце ваше нехай не тривожиться, ані не лякається! (Йоан 14:27)

Lời Chúa (29-09-2012) - Việt Nam

27 Ta để sự bình an lại cho các ngươi; ta ban sự bình an ta cho các ngươi; ta cho các ngươi sự bình an chẳng phải như thế gian cho. Lòng các ngươi chớ bối rối và đừng sợ hãi. (Giăng 14:27)

Firman Yesus Kristus Hari ini (29-09-2012) - Indonesia

27 Damai sejahtera Kutinggalkan bagimu. Damai sejahtera-Ku Kuberikan kepadamu, dan apa yang Kuberikan tidak seperti yang diberikan oleh dunia kepadamu. Janganlah gelisah dan gentar hatimu. (Yohanes 14:27)

Firman Yesus Kristus Hari ini (29-09-2012) - Malay

27 Kesejahteraan Aku tinggalkan dengan kamu; kesejahteraan-Ku sendiri yang Aku berikan kepada kamu. Kesejahteraan yang Aku berikan kepada kamu bukan seperti yang diberikan oleh dunia. Janganlah kamu risau dan janganlah takut. (Yohanes 14:27)

Word of God Today (29-09-2012) - Sinhalese

27 ''ශාන්තිය ඔබ වෙත ප්‍රදානය කර යමි; මාගේ ශාන්තිය ඔබට දෙමි-. මා එය ඔබට දෙන්නේ ලෝකයා දෙන්නාක් මෙන් නොවේ-. ඔබේ සිත් කැළඹෙන්නට වත් -,ය වන්නට වත් ඉඩ නොදෙන්න-. (යොහන් 14:27)

Salita ng Diyos ngayon (29-09-2012) - Pilipino

27 Kapayapaan ang iniiwan ko sa inyo. Ang aking kapayapaan ang ibinibigay ko sa inyo; hindi ito katulad ng kapayapaang ibinibigay ng mundo. Huwag na kayong mabalisa; huwag na kayong matakot. (Juan 14:27)

Tuesday, August 28, 2012

Word of God (28-08-2012)


神的话语(28-8-2012) 中国的
只 是 我 告 訴 你 們 這 聽 道 的 人 , 你 們 的 仇 敵 , 要 愛 他 ! 恨 你 們 的 , 要 待 他 好 ! 咒 詛 你 們 的 , 要 為 他 祝 福 ! 凌 辱 你 們 的 , 要 為 他 禱 告 ! 
有 人 打 你 這 邊 的 臉 , 連 那 邊 的 臉 也 由 他 打 。 有 人 奪 你 的 外 衣 , 連 裡 衣 也 由 他 拿 去 。 凡 求 你 的 , 就 給 他 。 有 人 奪 你 的 東 西 去 , 不 用 再 要 回 來 。 
你 們 願 意 人 怎 樣 待 你 們 , 你 們 也 要 怎 樣 待 人 。 你 們 若 單 愛 那 愛 你 們 的 人 , 有 甚 麼 可 酬 謝 的 呢 ? 就 是 罪 人 也 愛 那 愛 他 們 的 人 。 
你 們 若 善 待 那 善 待 你 們 的 人 , 有 甚 麼 可 酬 謝 的 呢 ? 就 是 罪 人 也 是 這 樣 行 。 你 們 若 借 給 人 , 指 望 從 他 收 回 , 有 甚 麼 可 酬 謝 的 呢 ? 就 是 罪 人 也 借 給 罪 人 , 要 如 數 收 回 。 
你 們 倒 要 愛 仇 敵 , 也 要 善 待 他 們 , 並 要 借 給 人 不 指 望 償 還 , 你 們 的 賞 賜 就 必 大 了 , 你 們 也 必 作 至 高 者 的 兒 子 ; 因 為 他 恩 待 那 忘 恩 的 和 作 惡 的 。 
你 們 要 慈 悲 , 像 你 們 的 父 慈 悲 一 樣 。(路加福音6:27-36)

Word Of God Today (28-08-2012) English

“But to you who are listening I say: Love your enemies, do good to those who hate you, bless those who curse you, pray for those who mistreat you. 
If someone slaps you on one cheek, turn to them the other also. If someone takes your coat, do not withhold your shirt from them.
Give to everyone who asks you, and if anyone takes what belongs to you, do not demand it back. Do to others as you would have them do to you.

“If you love those who love you, what credit is that to you? Even sinners love those who love them. 
And if you do good to those who are good to you, what credit is that to you? Even sinners do that. 
And if you lend to those from whom you expect repayment, what credit is that to you? Even sinners lend to sinners, 
expecting to be repaid in full. But love your enemies, do good to them, and lend to them without expecting to get anything back. 
Then your reward will be great, and you will be children of the Most High, because he is kind to the ungrateful and wicked.
Be merciful, just as your Father is merciful. (Luke 6:27-36)


Слово Божье сегодня (28-8-2012) Русский
Но вам, слушающим, говорю: любите врагов ваших, благотворите ненавидящим вас,
благословляйте проклинающих вас и молитесь за обижающих вас.
Ударившему тебя по щеке подставь и другую, и отнимающему у тебя верхнюю одежду не препятствуй взять и рубашку.
Всякому, просящему у тебя, давай, и от взявшего твое не требуй назад.
И как хотите, чтобы с вами поступали люди, так и вы поступайте с ними.
И если любите любящих вас, какая вам за то благодарность? ибо и грешники любящих их любят.
И если делаете добро тем, которые вам делают добро, какая вам за то благодарность? ибо и грешники то же делают.
И если взаймы даёте тем, от которых надеетесь получить обратно, какая вам за то благодарность? 
ибо и грешники дают взаймы грешникам, чтобы получить обратно столько же.Но вы любите врагов ваших, и благотворите, и взаймы давайте, 
не ожидая ничего; и будет вам награда великая, и будете сынами Всевышнего; ибо Он благ и к неблагодарным и злым.
Итак, будьте милосерды, как и Отец ваш милосерд. (Луки 6:27-36)

神の言葉今日(28-8-2012)日本人
「だが,聞いているあなた方に告げる。敵を愛し,憎む者たちに良いことをし, のろう者たちを祝福し,虐待する者たちのために祈りなさい。 あなたの一方のほおを打つ者には,反対側をも差し出しなさい。外衣を取り去る者には,上着をも拒んではいけない。 
求めるすべての者には与えなさい。そして,あなたの持ち物を取り去る者からは,返してもらおうとしてはいけない。 「人々からして欲しいと思うことを,人々にもちょうど同じようにしなさい。 自分を愛してくれる者たちを愛したからといって,それがあなた方に何の名誉になるだろうか。罪人たちでさえ,自分を愛してくれる者たちを愛するのだ。 
自分に良いことをしてくれる者たちに良いことをしたからといって,それがあなた方に何の名誉になるだろうか。罪人たちでさえ,同じことをしているのだ。 返してもらうことを期待して貸したからといって,それがあなた方に何の名誉になるだろうか。罪人たちでさえ,同じだけ取り戻そうとして,罪人たちに貸しているのだ。 
そうではなく,あなた方の敵を愛し,良いことをし,返してもらうことを期待せずに貸しなさい。そうすればあなた方の報いは大きく,あなた方はいと高き方の子らになるだろう。その方は,感謝しない悪い者たちにも親切であられるからだ。 
「だから,あなた方の父もあわれみ深いように,あわれみ深くなりなさい。 (ルカによる福音書 6:27-36)

परमेश्वर का वचन आज (28-8-2012) हिंदी
परन्‍तु मैं तुम सुननेवालोंसे कहता हूं, कि अपके शत्रुओं से प्रेम रखो; जो तुम से बैर करें, उन का भला करो। जो तुम्हें स्राप दें, उन को आशीष दो: जो तुम्हारा अपमान करें, उन के लिथे प्रार्यना करो। जो तेरे एक गाल पर यप्‍पड़ मारे उस की ओर दूसरा भी फेर दे; और जो तेरी दोहर छीन ले, उस को कुरता लेने से भी न रोक। 
जो कोई तुझ से मांगे, उसे दे; और जो तेरी वस्‍तु छीन ले, उस से न मांग। और जैसा तुम चाहते हो कि लोग तुम्हारे साय करें, तुम भी उन के साय वैसा ही करो। यदि तुम अपके प्रेम रखनेवालोंके साय प्रेम रखो, तो तुम्हारी क्‍या बड़ाई क्‍योंकि पापी भी अपके प्रेम रखनेवालोंके साय प्रेम रखते हैं। और यदि तुम अपके भलाई करनेवालोंही के साय भलाई करते हो, तो तुम्हारी क्‍या बड़ाई क्‍योंकि पापी भी ऐसा ही करते हैं। 
और यदि तुम उसे उधार दो, जिन से फिर पाने की आशा रखते हो, तो तुम्हारी क्‍या बड़ाई क्‍योंकि पापी पापियोंको उधार देते हैं, कि उतना ही फिर पाएं। बरन अपके शत्रुओं से प्रेम रखो, और भलाई करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तुम्हारे लिथे बड़ा फल होगा; और तुम परमप्रधान के सन्‍तान ठहरोगे, क्‍योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और बुरोंपर भी कृपालु है। 
जैसा तुम्हारा पिता दयावन्‍त है, वैसे ही तुम भी दयावन्‍त बनो।  (लूका 6:27-36)

Palavra de Deus hoje (28-8-2012) português
Mas a vós que ouvis, digo: Amai a vossos inimigos, fazei bem aos que vos odeiam, bendizei aos que vos maldizem, e orai pelos que vos caluniam.
Ao que te ferir numa face, oferece-lhe também a outra; e ao que te houver tirado a capa, não lhe negues também a túnica.    
Dá a todo o que te pedir; e ao que tomar o que é teu, não lho reclames. Assim como quereis que os homens vos façam, do mesmo modo lhes fazei vós também. 
Se amardes aos que vos amam, que mérito há nisso? Pois também os pecadores amam aos que os amam. E se fizerdes bem aos que vos fazem bem, que mérito há nisso? Também os pecadores fazem o mesmo. 
E se emprestardes àqueles de quem esperais receber, que mérito há nisso? Também os pecadores emprestam aos pecadores, para receberem outro tanto. 
Amai, porém a vossos inimigos, fazei bem e emprestai, nunca desanimado; e grande será a vossa recompensa, e sereis filhos do Altíssimo; porque ele é benigno até para com os integrantes e maus. 
Sede misericordiosos, como também vosso Pai é misericordioso. ( Lucas 6:27-36)

Parola di Dio oggi (28-8-2012) Italiano
Ma a voi che ascoltate, io dico: Amate i vostri nemici; fate del bene a quelli che v’odiano; benedite quelli che vi maledicono,
pregate per quelli che v’oltraggiano. A chi ti percuote su una guancia, porgigli anche l’altra; e a chi ti toglie il mantello non impedire di prenderti anche la tunica.
Da’ a chiunque ti chiede; e a chi ti toglie il tuo, non glielo ridomandare. E come volete che gli uomini facciano a voi, fate voi pure a loro. 
E se amate quelli che vi amano, qual grazia ve ne viene? poiché anche i peccatori amano quelli che li amano. 
E se fate del bene a quelli che vi fanno del bene, qual grazia ve ne viene? anche i peccatori fanno lo stesso. 
E se prestate a quelli dai quali sperate ricevere, qual grazia ne avete? Anche i peccatori prestano ai peccatori per riceverne altrettanto. 
Ma amate i vostri nemici, e fate del bene e prestate senza sperarne alcun che, e il vostro premio sarà grande e sarete figliuoli dell’Altissimo; poich’Egli è benigno verso gl’ingrati e malvagi. 
Siate misericordiosi com’è misericordioso il Padre vostro.( Luca 6:27-36)

Wort Gottes heute (28-8-2012) Deutsch
Aber ich sage euch, die ihr zuhört: Liebet eure Feinde; tut denen wohl, die euch hassen; segnet die, so euch verfluchen und bittet für die, so euch beleidigen. 
Und wer dich schlägt auf einen Backen, dem biete den anderen auch dar; und wer dir den Mantel nimmt, dem wehre nicht auch den Rock. 
Wer dich bittet, dem gib; und wer dir das deine nimmt, da fordere es nicht wieder. Und wie ihr wollt, daß euch die Leute tun sollen, also tut ihnen gleich auch ihr. 
Und so ihr liebet, die euch lieben, was für Dank habt ihr davon? Denn die Sünder lieben auch ihre Liebhaber. 
Und wenn ihr euren Wohltätern wohltut, was für Dank habt ihr davon? Denn die Sünder tun das auch. 
Und wenn ihr leihet, von denen ihr hoffet zu nehmen, was für Dank habt ihr davon? Denn die Sünder leihen den Sündern auch, auf daß sie Gleiches wiedernehmen. 
Vielmehr liebet eure Feinde; tut wohl und leihet, daß ihr nichts dafür hoffet, so wird euer Lohn groß sein, und ihr werdet Kinder des Allerhöchsten sein; denn er ist gütig über die Undankbaren und Bösen. 
Darum seid barmherzig, wie auch euer Vater barmherzig ist.


Palabra de Dios hoy (28-8-2012) español
Pero a vosotros los que oís, os digo: amad a vuestros enemigos; haced bien a los que os aborrecen; bendecid a los que os maldicen; orad por los que os vituperan. 
Al que te hiera en la mejilla, preséntale también la otra; y al que te quite la capa, no le niegues tampoco la túnica. A todo el que te pida, dale, y al que te quite lo que es tuyo, no se lo reclames. 
Y así como queréis que los hombres os hagan, haced con ellos de la misma manera. Si amáis a los que os aman, ¿qué mérito tenéis? Porque también los pecadores aman a los que los aman. 
Si hacéis bien a los que os hacen bien, ¿qué mérito tenéis? Porque también los pecadores hacen lo mismo. Si prestáis a aquellos de quienes esperáis recibir, ¿qué mérito tenéis? También los pecadores prestan a los pecadores para recibir de ellos la misma cantidad. 
Antes bien, amad a vuestros enemigos, y haced bien, y prestad no esperando nada a cambio, y vuestra recompensa será grande, y seréis hijos del Altísimo; porque El es bondadoso para con los ingratos y perversos. 
Sed misericordiosos, así como vuestro Padre es misericordioso. 


كلمة يسوع العربية (28-8-2012) اليوم
7لكني اقول لكم ايها السامعون احبوا اعداءكم. احسنوا الى مبغضيكم. 28باركوا لاعنيكم. وصلّوا لاجل الذين يسيئون اليكم. 29من ضربك على خدك فاعرض له الآخر ايضا. ومن اخذ رداءك فلا تمنعه ثوبك ايضا. 30وكل من سألك فاعطه. ومن اخذ الذي لك فلا تطالبه. 31وكما تريدون ان يفعل الناس بكم افعلوا انتم ايضا بهم هكذا. 32وان احببتم الذين يحبونكم فاي فضل لكم. فان الخطاة ايضا يحبون الذين يحبونهم. 33واذا احسنتم الى الذين يحسنون اليكم فاي فضل لكم. فان الخطاة ايضا يفعلون هكذا. 34وان اقرضتم الذين ترجون ان تستردوا منهم فاي فضل لكم. فان الخطاة ايضا يقرضون الخطاة لكي يستردوا منهم المثل. 35بل احبوا اعداءكم واحسنوا واقرضوا وانتم لا ترجون شيئا فيكون اجركم عظيما وتكونوا بني العلي فانه منعم على غير الشاكرين والاشرار. 36فكونوا رحماء كما ان اباكم ايضا رحيم.
(لوقا 6-27-36)

کلمه امروز از خداوند (28-8-2012) فارسی
27 لیکن ای شنوندگان شما را می‌گویم دشمنان خود را دوست دارید و با کسانی که از شما نفرت کنند، احسان کنید. 
28 و هر که شما را لعن کند، برای او برکت بطلبید و برای هرکه با شما کینه دارد، دعای خیر کنید. 
29 و هرکه بر رخسار تو زَنَد، دیگری را نیز به سوی او بگردان و کسی که ردای تو را بگیرد، قبا را نیز از او مضایقه مکن. 
30 هرکه از تو سؤال کند بدو بده و هر که مال تو را گیرد از وی باز مخواه. 
31 و چنانکه می‌خواهید مردم با شما عمل کنند، شما نیز به همانطور با ایشان سلوک نمایید. 
32 زیرا اگر محبّان خود را محبّت نمایید، شما را چه فضیلت است؟ زیرا گناهکاران هم محبّان خود را محبّت می‌نمایند. 
33 و اگر احسان کنید با هر که به شما احسان کند، چه فضیلت دارید؟ چونکه گناهکاران نیز چنین می‌کنند. 
34 و اگر قرض دهید به آنانی که امید بازگرفتن از ایشان دارید، شما را چه فضیلت است؟ زیرا گناهکاران نیز به گناهکاران قرض می‌دهند تا از ایشان عوض گیرند. 
35 بلکه دشمنان خود را محبّت نمایید و احسان کنید و بدون امیدِ عوض، قرض دهید زیرا که اجر شما عظیم خواهد بود و پسران حضرتاعلیٰ خواهید بود چونکه او با ناسپاسان و بدکاران مهربان است.
36 پس رحیم باشید چنانکه پدر شما نیز رحیم است. 
لوقا -6-27-36


حضرت عیسی علیہ السلام کی آج کی طرف سے ہونے میں شک کرتا (28-08-2012)
27 لیکِن مَیں تُم سُننے والوں سے کہتا ہُوں کہ اپنے دُشمنوں سے مُحبت رکھّو۔ جو تُم سے عَداوَت رکھّے اُن کا بھلا کرو۔ 
28 جو تُم پر لعنت کرے اُن کے لِئے بَرکَت چاہو۔ جو تُمہاری تحقِیر کریں اُن کے لِئے دُعا کرو۔ 
29 جو تیرے ایک گال پر طمانچہ مارے دُوسرا بھی اُس کی طرف پھیر دے اور جو تیرا چوغہ لے اُس کو کُرتا لینے سے بھی منع نہ کر۔ 
30 جو کوئی تُجھ سے مانگے اُسے دے اور جو تیرا مال لے لے اُس سے طلب نہ کر۔ 
31 اور جَیسا تُم چاہتے ہو کہ لوگ تُمہارے ساتھ کریں تُم بھی اُن کے ساتھ وَیسا ہی کرو۔ 
32 اور اگر تُم اپنے مُحبت رکھّنے والوں ہی سے مُحبت رکھّو تو تُمہارا کیا اَحسان ہے؟ کِیُونکہ گُنہگار بھی اپنے مُحبت رکھّنے والوں سے مُحبت رکھّتے ہیں۔ 
33 اور اگر تُم اُن ہی کا بھلا کرو جو تُمہارا بھلا کریں تو تُمہارا کیا اَحسان ہے؟ کِیُونکہ گُنہگار بھی اَیسا ہی کرتے ہیں 
34 اور اگر تُم اُن ہی کو قرض دو جِن سے وصُول ہونے کی اُمِید رکھتے ہو تو تُمہارا کیا اَحسان ہے؟ گُنہگار بھی گُنہگاروں کو قرض دیتے ہیں تاکہ پُورا وصُول کرلیں۔ 
35 مگر تُم اپنے دُشمنوں سے مُحبت رکھّو اور بھلا کرو اور بغَیر نا اُمِید ہُوئے قرض دو تو تُمہارا اجر بڑا ہوگا اور تُم خُدا تعالٰے کے بَیٹے ٹھہرو گے کِیُونکہ وہ ناشُکرو اور بدوں پر بھی مہربان ہے۔ 
36 جَیسا تُمہارا باپ رحیم ہے تُم بھی رحمدِل ہو۔ 
(36-27-6 لیوک)


Parole de Dieu aujourd'hui (28-8-2012) français
27 Mais je vous dis, à vous qui m'écoutez: Aimez vos ennemis, faites du bien à ceux qui vous haïssent, 
28 bénissez ceux qui vous maudissent, priez pour ceux qui vous maltraitent. 
29 Si quelqu'un te frappe sur une joue, présente-lui aussi l'autre. Si quelqu'un prend ton manteau, ne l'empêche pas de prendre encore ta tunique. 
30 Donne à quiconque te demande, et ne réclame pas ton bien à celui qui s'en empare. 
31 Ce que vous voulez que les hommes fassent pour vous, faites-le de même pour eux. 
32 Si vous aimez ceux qui vous aiment, quel gré vous en saura-t-on? Les pécheurs aussi aiment ceux qui les aiment. 
33 Si vous faites du bien à ceux qui vous font du bien, quel gré vous en saura-t-on? Les pécheurs aussi agissent de même. 
34 Et si vous prêtez à ceux de qui vous espérez recevoir, quel gré vous en saura-t-on? Les pécheurs aussi prêtent aux pécheurs, afin de recevoir la pareille. 
35 Mais aimez vos ennemis, faites du bien, et prêtez sans rien espérer. Et votre récompense sera grande, et vous serez fils du Très Haut, car il est bon pour les ingrats et pour les méchants. 
36 Soyez donc miséricordieux, comme votre Père est miséricordieux. (Luc 6-27-36)


Firman Hari ini Isa (28-8-2012) Melayu
27 "Tetapi Aku berkata kepada kamu yang mendengarkan Aku: Kasihilah musuh kamu dan berbuatlah baik kepada mereka yang membenci kamu. 
28 Berkatilah mereka yang mengutuk kamu, dan berdoalah untuk mereka yang menganiaya kamu. 
29 Jika seseorang menampar pipi kamu yang sebelah, biarkan dia menampar pipi kamu yang sebelah lagi. Jika seseorang merampas jubah kamu, berikanlah baju kamu juga. 
30 Jika seseorang meminta sesuatu daripada kamu, berikan apa yang dimintanya; jika seseorang merampas milik kamu, janganlah minta kembali barang itu. 
31 Apa yang kamu ingin orang lain lakukan untuk kamu, lakukanlah hal itu untuk mereka. 
32 Jika kamu hanya mengasihi orang yang mengasihi kamu, patutkah kamu menerima pujian? Tentu tidak! Orang berdosa pun mengasihi orang yang mengasihi mereka!
33 Jika kamu berbuat baik hanya kepada mereka yang berbuat baik kepada kamu, patutkah kamu menerima pujian? Orang berdosa pun berbuat demikian! 
34 Jika kamu memberikan pinjaman kepada orang yang dapat mengembalikannya, patutkah kamu menerima pujian? Orang berdosa pun memberikan pinjaman kepada orang berdosa, lalu memintanya kembali! 
35 Bukan demikian! Hendaklah kamu mengasihi musuh kamu dan berbuat baik kepada mereka. Berikan pinjaman dan jangan harap pinjaman itu dikembalikan. Lalu kamu akan mendapat pahala besar dan kamu akan menjadi anak-anak Allah Yang Maha Tinggi. Allah baik kepada orang yang tidak tahu berterima kasih dan orang jahat. 
36 Hendaklah kamu berbelas kasihan seperti Bapa kamu berbelas kasihan juga!'' 
(Lukas 6:27-36)

Firman Tuhan Hari ini (28-8-2012) Indonesia
27 "Tetapi kepada kalian yang mendengar Aku sekarang ini, Aku beri pesan ini: kasihilah musuh-musuhmu, dan berbuatlah baik kepada orang yang membencimu. 
28 Berkatilah orang yang mengutukmu, dan doakanlah orang yang jahat terhadapmu. 
29 Kalau orang menampar pipimu yang satu, biarkan ia menampar pipimu yang sebelah juga. Kalau jubahmu dirampas, berikanlah juga bajumu. 
30 Kalau orang minta sesuatu kepadamu, berikanlah itu kepadanya; dan kalau milikmu dirampas, janganlah memintanya kembali. 
31 Perlakukanlah orang lain seperti kalian ingin diperlakukan oleh mereka. 
32 Kalau kalian mengasihi orang-orang yang mengasihi kalian saja, apa jasamu? Orang berdosa pun mengasihi orang-orang yang mengasihi mereka! 
33 Dan kalau kalian berbuat baik kepada orang-orang yang berbuat baik kepadamu saja, apa jasamu? Orang berdosa pun berbuat begitu! 
34 Dan kalau kalian meminjamkan uang hanya kepada orang-orang yang dapat mengembalikannya, apa jasamu? Orang berdosa pun meminjamkan uang kepada orang berdosa, lalu memintanya kembali! 
35 Seharusnya bukan begitu! Kalian sebaliknya harus mengasihi musuhmu dan berbuat baik kepada mereka. Kalian harus memberi pinjam, dan jangan mengharap mendapat kembali. Bila demikian, upahmu akan besar dan kalian akan menjadi anak-anak Allah Yang Mahatinggi. Sebab Allah baik hati terhadap orang yang tidak tahu terima kasih, dan terhadap yang jahat juga. 
36 Hendaklah kalian berbelaskasihan seperti Bapamu juga berbelaskasihan!" 
(Lukas 6:27-36)

இன்றைய வேத வசனம் (28-8-2012) தமிழ்
27 எனக்குச் செவிகொடுக்கிற உங்களுக்கு நான் சொல்லுகிறேன்: உங்கள் சத்துருக்களைச் சிநேகியுங்கள்; உங்களைப் பகைக்கிறவர்களுக்கு நன்மைசெய்யுங்கள்.
28 உங்களைச் சபிக்கிறவர்களை ஆசீர்வதியுங்கள்; உங்களை நிந்திக்கிறவர்களுக்காக ஜெபம்பண்ணுங்கள்.
29 உன்னை ஒரு கன்னத்தில் அறைகிறவனுக்கு மறு கன்னத்தையும் கொடு; உன் அங்கியை எடுத்துக்கொள்ளுகிறவனுக்கு உன் வஸ்திரத்தையும் எடுத்துக்கொள்ளத் தடைபண்ணாதே.
30 உன்னிடத்தில் கேட்கிற எவனுக்கும் கொடு; உன்னுடையதை எடுத்துக்கொள்ளுகிறவனிடத்தில் அதைத் திரும்பக் கேளாதே.
31 மனுஷர் உங்களுக்கு எப்படிச் செய்யவேண்டுமென்று விரும்புகிறீர்களோ, அப்படியே நீங்களும் அவர்களுக்குச் செய்யுங்கள்.
32 உங்களைச் சிநேகிக்கிறவர்களையே நீங்கள் சிநேகித்தால், உங்களுக்குப் பலன் என்ன? பாவிகளும் தங்களைச் சிநேகிக்கிறவர்களைச் சிநேகிக்கிறார்களே.
33 உங்களுக்கு நன்மைசெய்கிறவர்களுக்கே நீங்கள் நன்மைசெய்தால், உங்களுக்குப் பலன் என்ன? பாவிகளும் அப்படிச் செய்கிறார்களே.
34 திரும்பக் கொடுப்பார்களென்று நம்பி நீங்கள் கடன்கொடுத்தால் உங்களுக்குப் பலன் என்ன? திரும்பத் தங்களுக்குக் கொடுக்கப்படும்படியாகப் பாவிகளும் பாவிகளுக்குக் கடன் கொடுக்கிறார்களே.
35 உங்கள் சத்துருக்களைச் சிநேகியுங்கள், நன்மைசெய்யுங்கள், கைம்மாறுகருதாமல் கடன் கொடுங்கள், அப்பொழுது உங்கள் பலன் மிகுதியாயிருக்கும், உன்னதமானவருக்கு நீங்கள் பிள்ளைகளாயிருப்பீர்கள், அவர் நன்றியறியாதவர்களுக்கும் துரோகிகளுக்கும் நன்மைசெய்கிறாரே,
36 ஆகையால் உங்கள் பிதா இரக்கமுள்ளவராயிருக்கிறதுபோல, நீங்களும் இரக்கமுள்ளவர்களாயிருங்கள்.
(லூக்கா 6:27-36)

 దేవుని వాక్యము నేడు (28-8-2012) తెలుగు
27 వినుచున్న మీతో నేను చెప్పునదేమనగామీ శత్రు వులను ప్రేమించుడి, మిమ్మును ద్వేషించువారికి మేలు చేయుడి, 
28 మిమ్మును శపించువారిని దీవించుడి, మిమ్మును బాధించువారికొరకు ప్రార్థనచేయుడి.
29 నిన్ను ఒక చెంప మీద కొట్టువాని వైపునకు రెండవ చెంపకూడ త్రిప్పుము. నీ పైబట్ట ఎత్తికొని పోవువానిని, నీ అంగీని కూడ ఎత్తి కొనిపోకుండ అడ్డగింపకుము. 
30 నిన్నడుగు ప్రతివానికిని ఇమ్ము; నీ సొత్తు ఎత్తికొని పోవు వానియొద్ద దాని మరల అడుగవద్దు. 
31 మనుష్యులు మీకేలాగు చేయవలెనని మీరు కోరుదురో ఆలాగు మీరును వారికి చేయుడి. 
32 మిమ్మును ప్రేమించువారినే మీరు ప్రేమించినయెడల మీకేమి మెప్పు కలుగును? పాపులును తమ్మును ప్రేమించు వారిని ప్రేమింతురు గదా 
33 మీకు మేలు చేయువారికే మేలు చేసినయెడల మీకేమి మెప్పుకలుగును? పాపులును ఆలాగే చేతురు గదా 
34 మీరెవరియొద్ద మరల పుచ్చుకొనవలెనని నిరీక్షింతురో వారికే అప్పు ఇచ్చినయెడల మీకేమి మెప్పు కలుగును? పాపులును తామిచ్చినంత మరల పుచ్చుకొన వలెనని పాపులకు అప్పు ఇచ్చెదరు గదా. 
35 మీరైతే ఎట్టి వారిని గూర్చి యైనను నిరాశ చేసికొనక మీ శత్రువులను ప్రేమించుడి, మేలుచేయుడి, అప్పు ఇయ్యుడి; అప్పుడు మీ ఫలము గొప్పదైయుండును, మీరు సర్వోన్నతుని కుమారులై యుందురు. ఆయన, కృతజ్ఞతలేనివారియెడ లను దుష్టులయెడలను ఉపకారియై యున్నాడు. 
36 కాబట్టి మీ తండ్రి కనికరముగలవాడై యున్నట్టు మీరును కని కరముగలవారై యుండుడి.
 (లూకా 6:27-36)

ದೇವರ ಪದಗಳ ಇಂದು (28-8-2012) ಕನ್ನಡ
 27 ಆದರೆ ಕೇಳುವವರಾದ ನಿಮಗೆ ನಾನು ಹೇಳುವ ದೇನಂದರೆ--ನಿಮ್ಮ ವೈರಿಗಳನ್ನು ಪ್ರೀತಿಸಿರಿ, ನಿಮ್ಮನ್ನು ಹಗೆಮಾಡುವವರಿಗೆ ಒಳ್ಳೇದನ್ನು ಮಾಡಿರಿ. 
28 ನಿಮ್ಮನ್ನು ಶಪಿಸುವವರನ್ನು ಆಶೀರ್ವದಿಸಿರಿ ಮತ್ತು ನಿಮ್ಮನ್ನು ಅವಮಾನ ಪಡಿಸುವವರಿಗೋಸ್ಕರ ಪ್ರಾರ್ಥಿಸಿರಿ.
29 ಒಂದು ಕೆನ್ನೆಯ ಮೇಲೆ ನಿನ್ನನ್ನು ಹೊಡೆಯುವವನಿಗೆ ಮತ್ತೊಂದನ್ನು ಸಹ ಕೊಡು; ನಿನ್ನ ಮೇಲಂಗಿಯನ್ನು ತಕ್ಕೊಳ್ಳುವವನಿಗೆ ನಿನ್ನ ಒಳಂಗಿಯನ್ನು ತಡೆಯಬೇಡ. 
30 ನಿನ್ನಿಂದ ಕೇಳುವ ಪ್ರತಿ ಮನುಷ್ಯನಿಗೆ ಕೊಡು; ನಿನ್ನ ಸೊತ್ತನ್ನು ತಕ್ಕೊಳ್ಳುವವನಿಂದ ಅವುಗಳನ್ನು ತಿರಿಗಿ ಕೇಳಬೇಡ. 
31 ಜನರು ನಿಮಗೆ ಏನು ಮಾಡಬೇಕೆಂದು ನೀವು ಕೋರುತ್ತೀರೋ ನೀವು ಸಹ ಅವರಿಗೆ ಅದ ರಂತೆಯೇ ಮಾಡಿರಿ. 
32 ನಿಮ್ಮನ್ನು ಪ್ರೀತಿಸುವವರನ್ನೇ ನೀವು ಪ್ರೀತಿಸಿದರೆ ನಿಮಗೇನು ಹೊಗಳಿಕೆ ಬಂದೀತು? ಯಾಕಂದರೆ ಪಾಪಿಗಳು ಸಹ ತಮ್ಮನ್ನು ಪ್ರೀತಿಸುವವ ರನ್ನೇ ಪ್ರೀತಿಸುತ್ತಾರೆ. 
33 ನಿಮಗೆ ಒಳ್ಳೇದನ್ನು ಮಾಡು ವವರಿಗೆ ನೀವು ಒಳ್ಳೇದನ್ನು ಮಾಡಿದರೆ ನಿಮಗೇನು ಹೊಗಳಿಕೆ ಬಂದೀತು? ಯಾಕಂದರೆ ಪಾಪಿಗಳು ಸಹ ಅದರಂತೆಯೇ ಮಾಡುತ್ತಾರೆ. 
34 ಯಾರಿಂದ ತಿರಿಗಿ ಪಡಕೊಳ್ಳಬೇಕೆಂದು ನಿರೀಕ್ಷಿಸುತ್ತಿರೋ ಅಂಥವರಿಗೆ ಸಾಲಕೊಟ್ಟರೆ ನಿಮಗೇನು ಹೊಗಳಿಕೆ ಬಂದೀತು? ಯಾಕಂದರೆ ಪಾಪಿಗಳು ಸಹ ಹಾಗೆಯೇ ತಾವು ಕೊಟ್ಟಷ್ಟು ತಿರಿಗಿ ಪಡೆಯುವಂತೆ ಪಾಪಿಗಳಿಗೆ ಸಾಲ ಕೊಡುತ್ತಾರೆ. 
35 ಆದರೆ ನೀವು ನಿಮ್ಮ ವೈರಿಗಳನ್ನು ಪ್ರೀತಿಸಿರಿ, ಮತ್ತು ಒಳ್ಳೇದನ್ನು ಮಾಡಿರಿ. ಏನನ್ನೂ ತಿರಿಗಿ ನಿರೀಕ್ಷಿಸದೆ ಸಾಲ ಕೊಡಿರಿ; ಆಗ ನಿಮ್ಮ ಬಹುಮಾನವು ದೊಡ್ಡದಾಗಿರುವದು; ನೀವು ಮಹೋ ನ್ನತನ ಮಕ್ಕಳಾಗಿರುವಿರಿ; ಯಾಕಂದರೆ ಆತನು ಕೃತಜ್ಞತೆ ಯಿಲ್ಲದವರಿಗೂ ಕೆಟ್ಟವರಿಗೂ ದಯೆಯುಳ್ಳವನಾಗಿ ದ್ದಾನೆ, 
36 ನಿಮ್ಮ ತಂದೆಯು ಕರುಣೆಯುಳ್ಳವನಾಗಿರುವ ಪ್ರಕಾರ ನೀವೂ ಕರುಣೆಯುಳ್ಳವರಾಗಿರ್ರಿ.
(ಲ್ಯೂಕ್ 6:27-36)

Word of God Today (28-8-2012) (മലയാളം) 
എന്നാൽ കേൾക്കുന്നവരായ നിങ്ങളോടു ഞാൻ പറയുന്നതു: “നിങ്ങളുടെ ശത്രുക്കളെ സ്നേഹിപ്പിൻ; നിങ്ങളെ പകെക്കുന്നവർക്കു ഗുണം ചെയ്‍വിൻ.
നിങ്ങളെ ശപിക്കുന്നവരെ അനുഗ്രഹിപ്പിൻ; നിങ്ങളെ ദുഷിക്കുന്നവർക്കു വേണ്ടി പ്രാർത്ഥിപ്പിൻ.
നിന്നെ ഒരു ചെകിട്ടത്തു അടിക്കുന്നവന്നു മറ്റേതും കാണിച്ചുകൊടുക്ക; നിന്റെ പുതപ്പു എടുത്തുകളയുന്നവന്നു വസ്ത്രവും തടുക്കരുതു.
നിന്നോടു ചോദിക്കുന്ന ഏവന്നും കൊടുക്ക; നിനക്കുള്ളതു എടുത്തുകളയുന്നവനോടു മടക്കി ചോദിക്കരുതു.
മനുഷ്യർ നിങ്ങൾക്കു ചെയ്യേണം എന്നു നിങ്ങൾ ഇച്ഛിക്കുന്നതുപോലെ തന്നേ അവർക്കും ചെയ്‍വിൻ.
നിങ്ങളെ സ്നേഹിക്കുന്നവരെ സ്നേഹിച്ചാൽ നിങ്ങൾക്കു എന്തു ഉപചാരം കിട്ടും? പാപികളും തങ്ങളെ സ്നേഹിക്കുന്നവരെ സ്നേഹിക്കുന്നവല്ലോ.
നിങ്ങൾക്കു നന്മചെയ്യുന്നവർക്കു നന്മ ചെയ്താൽ നിങ്ങൾക്കു എന്തു ഉപചാരം കിട്ടും? പാപികളും അങ്ങനെ തന്നേ ചെയ്യുന്നുവല്ലോ.
മടക്കി വാങ്ങിക്കൊള്ളാം എന്നു നിങ്ങൾ ആശിക്കുന്നവർക്കു കടം കൊടുത്താൽ നിങ്ങൾക്കു എന്തു കിട്ടും? പാപികളും കുറയാതെ മടക്കിവാങ്ങേണ്ടതിന്നു പാപികൾക്കു കടം കൊടുക്കുന്നുവല്ലോ.
നിങ്ങളോ ശത്രുക്കളെ സ്നേഹിപ്പിൻ; അവർക്കു നന്മ ചെയ്‍വിൻ; ഒന്നും പകരം ഇച്ഛിക്കാതെ കടം കൊടുപ്പിൻ; എന്നാൽ നിങ്ങളുടെ പ്രതിഫലം വളരെ ആകും; നിങ്ങൾ അത്യുന്നതന്റെ മക്കൾ ആകും; അവൻ നന്ദികെട്ടവരോടും ദുഷ്ടന്മാരോടും ദയാലുവല്ലോ.
അങ്ങനെ നിങ്ങളുടെ പിതാവു മനസ്സലിവുള്ളവൻ ആകുന്നതുപോലെ നിങ്ങളും മനസ്സലിവുള്ളവർ ആകുവിൻ.
(ലുകെ 6:27-36)


하나님의 오늘의 말씀 (28-8-2012) 한국의
27그러나 너희 듣는 자에게 내가 이르노니 너희 원수를 사랑하며 너희를 미워하는 자를 선대하며 
28너희를 저주하는 자를 위하여 축복하며 너희를 모욕하는 자를 위하여 기도하라 
29네 이 뺨을 치는 자에게 저 뺨도 돌려 대며 네 겉옷을 빼앗는 자에게 속옷도 금하지 말라 
30무릇 네게 구하는 자에게 주며 네 것을 가져가는 자에게 다시 달라지 말며 
31남에게 대접을 받고자 하는대로 너희도 남을 대접하라 
32너희가 만일 너희를 사랑하는 자를 사랑하면 칭찬 받을 것이 무엇이뇨 죄인들도 사랑하는 자를 사랑하느니라 
33너희가 만일 선대하는 자를 선대하면 칭찬 받을 것이 무엇이뇨 죄인들도 이렇게 하느니라 
34너희가 받기를 바라고 사람들에게 빌리면 칭찬 받을 것이 무엇이뇨 죄인들도 의수히 받고자 하여 죄인에게 빌리느니라 
35오직 너희는 원수를 사랑하고 선대하며 아무 것도 바라지 말고 빌리라 그리하면 너희 상이 클 것이요 또 지극히 높으신 이의 아들이 되리니 그는 은혜를 모르는 자와 악한 자에게도 인자로우시니라 
36너희 아버지의 자비하심 같이 너희도 자비하라
(누가복음 6:27-36)

Woord van God Vandag (28-8-2012) Afrikaans
“Ek sê vir julle wat nou na My luister: Julle moet lief wees vir julle vyande. Julle moet goed wees vir die mense wat vir julle haat.
Julle moet die mense seën wat vir julle vloek. Julle moet bid vir die mense wat vir julle beledig.
“As iemand jou op jou wang slaan, dan moet jy jou gesig draai sodat hy jou ook op jou ander wang kan slaan. As iemand jou bo-kleed vat, dan moet jy ook jou onderkleed vir hom gee.
“Jy moet vir elkeen gee wat vir jou iets vra. En as iemand jou goed vat, dan moet jy dit nie terugvra nie.
“Julle moet aan ander mense doen soos julle graag wil hê hulle moet aan julle doen.
As julle net lief is vir die mense wat lief is vir júlle, dan doen julle net wat julle moet doen, julle doen niks beter nie. Want die sondaars is ook lief net vir die mense wat lief is vir húlle.
“As julle goed doen net aan die mense wat goed doen aan julle, dan doen julle net wat julle moet doen, julle doen niks beter nie. Die sondaars doen dieselfde.
“As julle net vir mense iets leen sodat julle later weer iets by hulle kan kry, dan doen julle net wat julle moet doen, julle doen niks beter nie. Die sondaars leen ook vir mekaar sodat hulle weer iets kan terugkry.
“Nee, julle moet anders wees. Julle moet lief wees vir julle vyande. Julle moet goed wees vir mense, julle moet vir hulle dinge leen, maar julle moenie hoop om iets terug te kry nie. Dan sal die Here goeie dinge vir julle gee. Julle sal kinders van die Hoogste God wees. Want God is goed vir almal, ook vir die mense wat nie dankbaar is nie en wat sleg is.
Julle moet jammer wees vir ander mense, soos julle Vader jammer is vir almal.” 
(Lukas 6:27-36)

Tanrı Bugünün Kelime (28-8-2012) Türk
27 ‹‹Ama beni dinleyen sizlere şunu söylüyorum: Düşmanlarınızı sevin, sizden nefret edenlere iyilik yapın, size lanet edenler için iyilik dileyin, size hakaret edenler için dua edin. 28 
29 Bir yanağınıza vurana öbür yanağınızı da çevirin. Abanızı alandan mintanınızı da esirgemeyin. 
30 Sizden bir şey dileyen herkese verin, malınızı alandan onu geri istemeyin. 
31 İnsanların size nasıl davranmasını istiyorsanız, siz de onlara öyle davranın. 
32 ‹‹Eğer yalnız sizi sevenleri severseniz, bu size ne övgü kazandırır? Günahkârlar bile kendilerini sevenleri sever. 
33 Size iyilik yapanlara iyilik yaparsanız, bu size ne övgü kazandırır? Günahkârlar bile böyle yapar. 
34 Geri alacağınızı umduğunuz kişilere ödünç verirseniz, bu size ne övgü kazandırır? Günahkârlar bile verdiklerini geri almak koşuluyla günahkârlara ödünç verirler. 
35 Ama siz düşmanlarınızı sevin, iyilik yapın, hiçbir karşılık beklemeden ödünç verin. Alacağınız ödül büyük olacak, Yüceler Yücesinin oğulları olacaksınız. Çünkü O, nankör ve kötü kişilere karşı iyi yüreklidir. 
36 Babanız merhametli olduğu gibi, siz de merhametli olun
(Luka 6:27-36)

Fjala e Perëndisë Sot (28-8-2012) Albanian
27Por unë po ju them juve që më dëgjoni: ''T'i doni armiqtë tuaj; u bëni të mirë atyre që ju urrejnë. 
28Bekoni ata që ju mallkojnë dhe lutuni për ata që ju keqtrajtojnë. 
29Nëse dikush të bie në njërën faqe, ktheja edhe tjetrën; dhe atij që të merr mantelin, mos e pengo të të marrë edhe tunikën. 
30Jepi kujtdo që kërkon prej teje; dhe në se dikush merr gjënë tënde, mos kërko të ta kthejë. 
31Por, ashtu siç dëshironi që t'ju bëjnë juve njerëzit, po ashtu bëni me ta. 
32Por po t'i doni ata që ju duan, ç'meritë do të keni nga kjo? Sepse edhe mëkatarët i duan ata që i duan. 
33Dhe në se u bëni të mirë atyre që ju bëjnë të mirë, çfarë merite do të keni nga kjo? Të njëjtën gjë bëjnë edhe mëkatarët. 
34Dhe nëse u jepni hua atyre që shpresoni t'jua kthejnë, çfarë merite do të keni nga kjo? Edhe mëkatarët u japin hua mëkatarëve, që t'u kthehet aq sa dhanë. 
35Por ju t'i doni armiqtë tuaj, bëni të mirë dhe jepni hua pa pasur shpresë për asgjë, dhe shpërblimi juaj do të jetë i madh dhe ju do të jeni bijtë e Shumë të Lartit, sepse ai është mirëdashës me mos-mirënjohësit dhe të mbrapshtët. 
36Jini të mëshirshëm, pra, sikurse edhe Ati juaj është i mëshirshëm.
(Luka 6:27-36)


Dzisiejsze Słowo Boże (28-8-2012) polskiego
27 Ale wam powiadam, którzy słuchacie: Miłujcie nieprzyjacioły wasze, czyńcie dobrze tym, którzy was mają w nienawiści. 
28 Błogosławcie tym, którzy was przeklinają; módlcie się za tymi, którzy wam złość wyrządzają. 
29 Temu, któryby cię uderzył w policzek, nastaw mu i drugiego: a temu, któryćby brał płaszcz, i sukni nie zabraniaj; 
30 I każdemu, któryby cię prosił, daj, a temu, co twoje bierze, nie upominaj się. 31 I cobyście chcieli, aby wam ludzie czynili, tak i wy im czyńcie. 
32 Albowiem jeźli miłujecie te, którzy was miłują, jakąż łaskę macie? albowiem toż i grzesznicy właśnie czynią. 
33 A jeźli dobrze czynicie tym, którzy wam dobrze czynią, jakąż łaskę macie? albowiem toż i grzesznicy właśnie czynią. 
34 A jeźli pożyczacie tym, od których się spodziewacie odebrać, jakąż łaskę macie? albowiem i grzesznicy grzesznikom pożyczają, aby zasię tyle odebrali. 
35 Owszem miłujcie nieprzyjacioły wasze, i czyńcie im dobrze, i pożyczajcie, nic się stąd nie spodziewając, a będzie wielka zapłata wasza, i będziecie synami Najwyższego; albowiem on dobrotliwy jest przeciw niewdzięcznym i złym. 
36 Przetoż bądźcie miłosierni, jako i Ojciec wasz miłosierny jest.
(Ewangelia Łukasza 6:27-36)

Lời Chúa (28-8-2012) Việt
27 Nhưng ta phán cùng các ngươi, là người nghe ta: Hãy yêu kẻ thù mình, làm ơn cho kẻ ghét mình, 
28 chúc phước cho kẻ rủa mình, và cầu nguyện cho kẻ sỉ nhục mình. 
29 Ai vả ngươi má bên nầy, hãy đưa luôn má bên kia cho họ; còn nếu ai dựt áo ngoài của ngươi, thì cũng đừng ngăn họ lấy luôn áo trong. 
30 Hễ ai xin, hãy cho, và nếu có ai đoạt lấy của các ngươi, thì đừng đòi lại. 
31 Các ngươi muốn người ta làm cho mình thể nào, hãy làm cho người ta thể ấy. 
32 Nếu các ngươi yêu kẻ yêu mình, thì có ơn chi? Người có tội cũng yêu kẻ yêu mình. 
33 Nếu các ngươi làm ơn cho kẻ làm ơn mình, thì có ơn chi? Người có tội cũng làm như vậy. 
34 Nếu các ngươi cho ai mượn mà mong họ trả, thì có ơn chi? Người có tội cũng cho người có tội mượn, để được thâu lại y số. 
35 Song các ngươi hãy yêu kẻ thù mình; hãy làm ơn, hãy cho mượn, mà đừng ngã lòng. Vậy, phần thưởng của các ngươi sẽ lớn, và các ngươi sẽ làm con của Ðấng Rất Cao, vì Ngài lấy nhơn từ đối đãi kẻ bạc và kẻ dữ. 
36 Hãy thương xót như Cha các ngươi hay thương xót.
(Lu-ca 6:27-36)


Слово Боже сьогодні (28-8-2012) український
27 Тільки ж глаголю вам, слухаючим: Любіть ворогів ваших, добре робіть ненавидникам вашим, 
28 благословляйте кленучих вас, і моліть ся за обидників ваших. 
29 Хто бв тебе у щоку, підстав і другу; а хто бере твою свиту, й жупанка не борони. 
30 Всякому, хто просить у тебе, дай, і хто бере що твоє, не доповняй ея. 
31 І, як хочете, щоб чинили вам люде, так і ви чинїть їм. 
32 І коли любите тих, хто любить. вас, яка вам дяка? бо й грішники тих, хто їх любить, люблять. 
33 І коли добро робите тим, хто добро робить вам, яка вам дяка? бо й грішники те саме чинять. 
34 І коли позичаєте тим, від кого маєте надію одержати, яка вам дяка? бо й грішники грішникам позичають, щоб одержати стільки ж. 
35 Нї, любіть ворогів ваших, і добро робіть, і позичайте, нічого від них не сподіваючись; а буде нагорода ваша велика, й будете синами Вишнього; бо Він благий до невдячних і лихих. 
36 Будьте ж оце милосердні, як і Отець ваш милосерден.


พระวจนะของพระเจ้าวันนี้ (28-8-2012) ไทย
27 แต่เราบอกท่านทั้งหลายที่กำลังฟังอยู่ว่า จงรักศัตรูของท่าน จงทำดีแก่ผู้ที่เกลียดชังท่าน 28 จงอวยพรแก่คนที่แช่งด่าท่าน จงอธิษฐานเพื่อคนที่เคี่ยวเข็ญท่าน 
29 ผู้ใดตบแก้มของท่านข้างหนึ่ง จงหันอีกข้างหนึ่งให้เขาด้วย และผู้ใดริบเอาเสื้อคลุมของท่านไป ถ้าเขาจะเอาเสื้อด้วยก็อย่าหวงห้าม 30 จงให้แก่ทุกคนที่ขอจากท่าน และถ้าใครได้ริบเอาของของท่านไป อย่าทวงเอาคืน 
31 จงปฏิบัติต่อผู้อื่นอย่างที่ท่านปรารถนาให้เขาปฏิบัติต่อท่าน 32 แม้ว่าท่านทั้งหลายรักผู้ที่รักท่าน จะนับว่าเป็นคุณอะไรแก่ท่าน ถึงแม้คนบาปก็ยังรักผู้ที่รักเขาเหมือนกัน 
33 ถ้าท่านทั้งหลายทำดีแก่ผู้ที่ทำดีแก่ท่าน จะนับว่าเป็นคุณอะไรแก่ท่าน เพราะว่าคนบาปก็กระทำเหมือนกัน 34 ถ้าท่านทั้งหลายให้ยืมเฉพาะแต่ผู้ที่ท่านหวังจะได้คืนจากเขาอีก จะนับว่าเป็นคุณอะไรแก่ท่าน ถึงแม้คนบาปก็ยังให้คนบาปยืมโดยหวังว่าจะได้รับคืนจากเขาอีกเท่ากัน 
35 แต่จงรักศัตรูของท่านทั้งหลาย และทำการดีต่อเขา จงให้เขายืมโดยไม่หวังที่จะได้คืนอีก บำเหน็จของท่านทั้งหลายจึงจะมีบริบูรณ์ และท่านทั้งหลายจะเป็นบุตรของผู้สูงสุด เพราะว่าพระองค์ยังทรงโปรดแก่คนอกตัญญูและคนชั่ว 
36 เหตุฉะนั้น ท่านทั้งหลายจงมีความเมตตากรุณา เหมือนอย่างพระบิดาของท่านมีพระทัยเมตตากรุณา
(ลูกา 6:27-36)


Word of God Today (28-8-2012) සින්හලෙසේ 
27 නැති වී යන ආහාරය සඳහා නොව-, සදාතන ජීවනයට ඉවහල් වන ආහාරය සඳහා වීර්ය වඩන්න-. මේ ආහාරය ඔබට ප්‍රදානය කරන්නේ මනුෂ්‍ය-පුත්‍රයාණෝ ය-. පියාණන් වන දෙවියන් වහන්සේ මුද්‍රාව තබා ඇත්තේ උන් වහන්සේ මත ය''යි වදාළ සේක-. 
28 එබැවින් ඔව්හු-, ''දෙවියන් වහන්සේගේ අභිප්‍රාය අනුව වැඩ කරන පිණස අප කුමක් කටයුතු දැ''යි ඇසූ හ-. 29 ජේසුස් වහන්සේ පිළිතුරු දෙමින්-, ''දෙවියන් වහන්සේගේ අභිප්‍රාය වනුයේ-, උන් වහන්සේ එවා වදාළ තැනැත්තාණන් ඔබ විසින් අදහාගැනීම ය''යි වදාළ සේක-. 
30 එවිට ඔව්හු-, ''එසේ නමි-, අප විසින් දැක අදහාගන්නා පිණස ඔබ කවර හාස්කමක් දක්වන සේක් ද? කවර ක්‍රියාවක් කරන සේක් ද? 31 අපේ පියවරු පාළුකරයෙහි දී මන්නා කෑහ-. 'බුදින පිණස එතුමෝ ඔවුන්ට ස්වර්ගයෙන් ආහාර සැපයූහ'යි ලියා ඇතැ''යි උන් වහන්සේට කී හ-. 
32  එවිට ජේසුස් වහන්සේ-, ''ඒකාන්තයෙන් මම ඔබට කියමි-, ස්වර්ගයෙන් ඔබට ආහාරය දුන්නේ මෝසෙස් නොවේ; ස්වර්ගයෙන් සැබෑ ආහාරය දෙන්නේ මාගේ පියාණන් වහන්සේ ය-. 33 මන්ද-, දෙවියන් වහන්සේ දෙන ආහාරය වනාහි-, ස්වර්ගයෙන් පහළ වී ලෝකයට ජීවනය දෙන ආහාර ය''යි වදාළ සේක-. 
34 ඔව්හු ද-, ''ස්වාමීනි-, ඒ ආහාරය නිතර ම අපට දුන මැනවැ''යි කී හ-. 35 ජේසුස් වහන්සේ කතා කොට-, ''ජීවනදායක ආහාරය මම ය-, මා වෙත පැමිණෙන යමෙක් වේ ද-, ඔහුට සාගිනි නොවන්නේ ය-. මා අදහන යමෙක් වේ ද-, ඔහුට කිසි කලෙකත් පිපාසය නොවන්නේ ය-. 
36 එහෙත් මා කී ලෙස ම-, ඔබ මා දුටු නමුත් මා නොඅදහන්නහු ය-   (යොහන් 6: 27-36)


Word of God Today (28-8-2012) বেঙ্গলি
27 ‘তোমরা যাঁরা শুনছ, আমি কিন্তু তোমাদের বলছি, তোমরা তোমাদের শত্রুদের ভালবেসো৷ যাঁরা তোমাদের ঘৃণা করে, তাদের মঙ্গল কোর৷ 28 যাঁরা তোমাদের অভিশাপ দেয়, তাদের আশীর্বাদ কোর৷ যাঁরা তোমাদের সঙ্গে দুর্য়্ববহার করে, তাদের জন্য প্রার্থনা কোর৷ 
29 কেউ যদি তোমার একগালে চড় মারে, তার কাছে অপর গালটি বাড়িয়ে দাও৷ কেউ যদি তোমার চাদর কেড়ে নেয়, তাকে তোমার জামাটিও নিতে দাও৷ 30 তোমার কাছে য়ে চায় তাকে দাও৷ আর তোমার কোন জিনিস যদি কেউ নেয়, তবে তা ফেরত চেও না৷ 
31 অন্যের কাছ থেকে তুমি য়েমন ব্যবহার পেতে চাও, তাদের সঙ্গেও তুমি তেমনি ব্যবহার কোর৷ 32 যাঁরা তোমাদের ভালবাসে, তোমরা যদি কেবল তাদেরই ভালবাস, তবে তাতে প্রশংসার কি আছে? কারণ পাপীরাও তো একই রকম করে৷ 
33 যাঁরা তোমাদের উপকার করে, তোমরা যদি কেবল তাদেরই উপকার কর, তাতে প্রশংসার কি আছে? পাপীরাও তো তাই করে৷ 34 যাঁরা ধার শোধ করতে পারে এমন লোকদেরই যদি কেবল তোমরা ধার দাও, তবে তাতে প্রশংসার কি আছে? এমন কি পাপীরাও তা ফিরে পাবার আশায় তাদের মতো পাপীদের ধার দেয়৷ 
35 কিন্তু তোমরা তোমাদের শত্রুদের ভালবেসো, তাদের মঙ্গল কোর, আর কিছুই ফিরে পাবার আশা না রেখে ধার দিও৷ তাহলে তোমাদের মহাপুরস্কার লাভ হবে, আর তোমরা হবে পরমেশ্বরের সন্তান, কারণ তিনি অকৃতজ্ঞ ও দুষ্টদের প্রতিও দযা করেন৷ 
36 তোমাদের পিতা, য়েমন দযালু তোমরাও তেমন দযালু হও৷

Word of God Today (28-8-2012) मराठी
 27 “माझे ऐकणाऱ्यांना मी सांगतो. तुमच्या शत्रूंवर प्रेम करा. जे तुमचा द्धेष करतात, त्यांचे चांगले करा. 28 जे तुम्हांला शाप देतात त्यांना आशीर्वाद द्या. जे तुम्हांला वाईट वागवितात त्यांच्यासाठी प्रार्थना करा. 29 जर कोणी तुमच्या एका गालावर मारतो तर त्याच्यासमोर दुसरा पण गाल करा. जर कोणी तुमचा अंगरखा घेतो तर त्याला तुमचा सदराही घेऊ द्या. 30 जे तुम्हांला मागतात त्या प्रत्येकाला द्या आणि जो तुमचे घेतो ते परत मागू नका. 31 लोकांनी तुमच्याशी जसे वागावे असे तुम्हांला वाटते तसेच तुम्हीही त्यांच्याशी वागा. 32 तुमच्यावर जे प्रेम करतात त्यांच्यावर जर तुम्ही प्रेम केले, तर तुम्ही काय विशेष केले? पापी लोकसुद्धा, जे त्यांच्यावर प्रेम करतात, त्यांच्यावर प्रेम करतात. 33 तुमचे जे चांगले करतात, त्यांचे जर तुम्ही चांगले करता तर तुम्हांला काय लाभ? पापीसुद्धा असेच करतात. 34 ज्यांच्याकडून तुम्हांला परत मिळेल अशी आशा असते, त्यांना जर उसने देता तर तुम्हांला काय लाभ? पापीसुद्धा परत मिळावे या उद्देशाने दुसऱ्या पाप्याला उसने देतात. 35 पण तुमच्या शत्रूवर प्रेम करा आणि त्यांचे चांगले करा. व कोणतीही अपेक्षा न ठेवता उसने द्या, मग तुमचे बक्षीस मोठे असेल व तुम्ही सर्वोच्च देवाचे पुत्र व्हाल. कारण देव हा कृतन्घ व दुष्ट लोकांवर दया करतो. 36 जसा तुमचा पिता कनवाळू आहे तसे तुम्हीही कनवाळू व्हा.  (Luke 6:27-36)


Word of God Today (28-8-2012) ગુજરાતી 
27 “હું જે લોકો મને ધ્યાનથી સાંભળે છે તે સૌ સાંભળનારાઓને કહું છું, તમારા વૈરીઓને પ્રેમ કરો. જેઓ તમારો તિરસ્કાર કરે તેઓનું પણ ભલું કરો. 28 જેઓ તમારું ખરાબ ઈચ્છે તેઓનું પણ તમે સારું ઈચ્છો. જેઓ તમારું અપમાન કરે છે તેઓના ભલા માટે પ્રાર્થના કરો. 
29 જો કોઈ તમારા એક ગાલ પર તમાચો મારે તો તમે તેની આગળ બીજો ગાલ ધરો. 30 દરેક વ્યક્તિને તે જે માગે તે આપો. જ્યારે તમારી પાસેથી કોઈ તમારો કોટ લઈ જાય તો તમારું ખમીસ પણ લઈ જવા દો. તેની પાસેથી તે પાછું માગશો નહિ. 
31 જેમ તમે ઈચ્છા રાખો છો કે બીજાઓ તમારા માટે કરે તેમજ તમે પણ તેઓના માટે તેવું કરો. 32 “જો તમે, તમને જે ચાહે છે તે લોકોને જ ચાહો તો તેમાં તમારી મહેરબાની શાની? કારણ કે પાપીઓ પણ તેમના પર પ્રેમ કરનારાઓને ચાહે છે! 
33 જે લોકો તમારુંભલું કરે છે, ફક્ત તે લોકોનું જ તમે ભલુ કરો તો તેમ કરવા માટે તમને વધારે પ્રસંશા મળે ખરી? ના! પાપીઓ પણ એમ જ કરે છે! 34 હંમેશા જેઓની પાસેથી તમે પાછું લેવાની આશા રાખો, તેઓને જ તમે ઊછીનું આપો, તો તેમાં તમારી મહેરબાની શાની? ના! પાપીઓ પણ પાછું લેવા માટે પાપીઓને ઊછીનું આપે છે! 
35 “તેથી તમારા વૈરીઓને પણ પ્રીતિ કરો. તેઓનું ભલું કરો. અને કંઈ પણ પાછું મેળવવાની આશા વિના તમે ઉછીનું આપો. જો તમે આમ કરશો તો તમને તેનો બદલો મળશે. અને તમે પરાત્પરના દીકરાઓ થશો. હા કારણ કે દેવ, અનુપકારીઓ તથા દુષ્ટ લોકો પર પણ માયાળું છે. 
36 તેથી જેમ તમારો બાપ પ્રેમ અને દયા આપે છે તેમ તમે પણ પ્રેમ અને દયા દર્શાવો. (Luke 6:27-36)


Word of God Today (28-8-2012) ਪੰਜਾਬੀ 
27 “ਪਰ ਤੁਸੀਂ, ਜੋ ਮੈਨੂੰ ਸੁਣ ਰਹੇ ਹੋ। ਮੈਂ ਤੁਹਾਨੂੰ ਦੱਸਦਾ ਹਾਂ ਕਿ ਆਪਣੇ ਵੈਰੀਆਂ ਨੂੰ ਵੀ ਪਿਆਰ ਕਰੋ। ਜਿਹੜੇ ਲੋਕ ਤੁਹਾਡੇ ਨਾਲ ਨਫ਼ਰਤ ਕਰਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਤੁਹਾਡਾ ਬੁਰਾ ਚਿਤਵਦੇ ਹਨ, ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਵੀ ਭਲਾ ਕਰੋ। 28 ਜੋ ਤੁਹਾਨੂੰ ਸ਼ਰਾਪ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਅਸੀਸਾਂ ਦਿਉ, ਜੋ ਤੁਹਾਡੇ ਨਾਲ ਚੰਗਾ ਵਿਹਾਰ ਨਹੀਂ ਕਰਦੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਲਈ ਵੀ ਪ੍ਰਾਰਥਨਾ ਕਰੋ। 
29 ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਤੁਹਾਡੀ ਇੱਕ ਗਲ ਤੇ ਚਪੇੜ ਮਾਰਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਦੂਜੀ ਗਲ ਵੀ ਭੁਆ ਦਿਓ। ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਤੁਹਾਡਾ ਚੋਗ਼ਾ ਖੋਂਹਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਆਪਣੀ ਕਮੀਜ ਖੋਹਣ ਤੋਂ ਵੀ ਨਾ ਰੋਕੋ। 30 ਜੋ ਕੋਈ ਵੀ ਤੁਹਾਡੇ ਕੋਲੋ ਮੰਗੇ ਉਸਨੂੰ ਦੇ ਦੇਵੋ। ਜੇਕਰ ਕੋਈ ਤੁਹਾਡੀ ਕੋਈ ਵੀ ਵਸਤੂ ਲੈਂਦਾ ਹੈ ਤਾਂ ਉਸਨੂੰ ਵਾਪਸ ਨਾ ਮੰਗੋ। 
31 ਅਤੇ ਜਿਹੋ ਜਿਹਾ ਤੁਸੀਂ ਚਾਹੁੰਦੇ ਹੋ ਕਿ ਕੋਈ ਤੁਹਾਡੇ ਨਾਲ ਕਰੇ ਤੁਸੀਂ ਆਪ ਵੀ ਦੂਜਿਆਂ ਨਾਲ ਉਹੋ ਜਿਹਾ ਵਰਤਾਵਾ ਕਰੋ। 32 “ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਕੇਵਲ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਪਿਆਰ ਕਰੋਂਗੇ, ਜੋ ਤੁਹਾਨੂੰ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਪਰਮੇਸ਼ੁਰ ਵੱਲੋਂ ਕਿਹੜੀ ਉਸਤਤਿ ਦੀ ਆਸ ਰੱਖ ਸਕਦੇ ਹੋ? ਕਿਉਂਕਿ ਇੰਝ ਤਾਂ ਪਾਪੀ ਲੋਕ ਵੀ ਆਪਣੇ ਪਿਆਰ ਕਰਨ ਵਾਲਿਆਂ ਨਾਲ ਪਿਆਰ ਕਰਦੇ ਹਨ। 
33 ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਸਿਰਫ਼ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਹੀ ਚੰਗਾ ਕਰੋ ਜੋ ਤੁਹਾਡੇ ਲਈ ਚੰਗਾ ਕਰਦੇ ਹਨ, ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਪਰਮੇਸ਼ੁਰ ਵੱਲੋਂ ਕਿਹੜੀ ਉਸਤਤਿ ਦੀ ਆਸ ਰੱਖਦੇ ਹੋ। ਪਾਪੀ ਵੀ ਤਾਂ ਇਹੀ ਕਰਦੇ ਹਨ। 34 ਜੇਕਰ ਤੁਸੀਂ ਸਿਰਫ਼ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨੂੰ ਹੀ ਉਧਾਰ ਦਿਉ, ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਕੋਲੋਂ ਵਾਪਸ ਆਉਣ ਦੀ ਆਸ ਹੋਵੇ ਤਾਂ ਤੁਸੀਂ ਪਰਮੇਸ਼ੁਰ ਵੱਲੋਂ ਕਿਹੜੀ ਉਸਤਤਿ ਦੀ ਆਸ ਰੱਖ ਸਕਦੇ ਹੋ? ਇੰਝ ਤਾਂ ਪਾਪੀ ਲੋਕ ਵੀ ਦੂਜੇ ਪਾਪੀ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਉਧਾਰ ਦਿੰਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਜੋ ਉਹ ਆਪਣਾ ਪੂਰਾ ਪੈਸਾ ਵਾਪਸ ਲੈ ਸਕਣ। 
35 “ਇਸ ਲਈ ਆਪਣੇ ਵੈਰੀਆਂ ਨਾਲ ਪਿਆਰ ਕਰੋ, ਮੁੜ ਵਾਪਸ ਲੈਣ ਦੀ ਆਸ ਤੋਂ ਬਿਨਾ, ਉਹੀ ਕਰੋ ਜੋ ਚੰਗਾ ਹੈ। ਫ਼ਿਰ ਤੁਹਾਡਾ ਫ਼ਲ ਮਹਾਨ ਹੋਵੇਗਾ। ਅਤੇ ਤੁਸੀਂ ਸਰਬ ਉਚ੍ਚ ਪਰਮੇਸ਼ੁਰ ਦੇ ਬੱਚੇ ਹੋਵੋਂਗੇ ਕਿਉਂਕਿ ਪਰਮੇਸ਼ੁਰ ਪਾਪੀ ਲੋਕਾਂ ਅਤੇ ਨਾਸ਼ੁਕਰੇ ਲੋਕਾਂ ਤੇ ਵੀ ਦਯਾਵਾਨ ਹੈ। 
36 ਦਿਆਲੂ ਹੋਵੋ ਜਿਵੇਂ ਕਿ ਤੁਹਾਡਾ ਪਿਤਾ ਵੀ ਦਿਆਲੂ ਹੈ।  (Luke 6:27-36)

Woord van God vandaag (28-8-2012) Nederlandse
27 Maar Ik zeg ulieden, die dit hoort: Hebt uw vijanden lief; doet wel dengenen, die u haten. 
28 Zegent degenen, die u vervloeken, en bidt voor degenen, die u geweld doen. 
29 Dengene, die u aan de wang slaat, biedt ook de andere; en dengene, die u den mantel neemt, verhindert ook den rok niet te nemen. 
30 Maar geeft een iegelijk, die van u begeert; en van dengene, die het uwe neemt, eist niet weder. 
31 En gelijk gij wilt, dat u de mensen doen zullen, doet gij hun ook desgelijks. 
32 En indien gij liefhebt, die u liefhebben, wat dank hebt gij? Want ook de zondaars hebben lief degenen, die hen liefhebben. 
33 En indien gij goed doet dengenen, die u goed doen, wat dank hebt gij? Want ook de zondaars doen hetzelfde. 
34 En indien gij leent dengenen, van welke gij hoopt weder te ontvangen, wat dank hebt gij? Want ook de zondaars lenen den zondaren, opdat zij evengelijk weder mogen ontvangen. 
35 Maar hebt uw vijanden lief, en doet goed, en leent, zonder iets weder te hopen; en uw loon zal groot zijn, en gij zult kinderen des Allerhoogsten zijn; want Hij is goedertieren over de ondankbaren en bozen. 
36 Weest dan barmhartig, gelijk ook uw Vader barmhartig is.
(Luke6:27-36)

Cuvântul lui Dumnezeu de azi (28-8-2012) Română
27 Dar Eu vă spun vouă, cari Mă ascultaţi: Iubiţi pe vrăjmaşii voştri, faceţi bine celor ce vă urăsc, 
28 binecuvîntaţi pe cei ce vă blastămă, rugaţi-vă pentru cei ce se poartă rău cu voi. 
29 Dacă te bate cineva peste o falcă, întoarce -i şi pe cealaltă. Dacă îţi ia cineva haina cu sila, nu -l opri să-ţi ia şi cămaşa. 
30 Oricui îţi cere, dă -i; şi celuice-ţi ia cu sila ale tale, nu i le cere înapoi. 
31 Ce voiţi să vă facă vouă oamenii, faceţi-le şi voi la fel. 
32 Dacă iubiţi pe cei ce vă iubesc, ce răsplată vi se cuvine? Şi păcătoşii iubesc pe cei ce -i iubesc pe ei. 
33 Dacă faceţi bine celor ce vă fac bine, ce răsplată vi se cuvine? Şi păcătoşii fac aşa. 
34 Şi dacă daţi cu împrumut acelora dela cari nădăjduiţi să luaţi înapoi, ce răsplată vi se cuvine? Şi păcătoşii dau cu împrumut păcătoşilor, ca să ia înapoi întocmai. 
35 Voi însă, iubiţi pe vrăjmaşii voştri, faceţi bine şi daţi cu împrumut, fără să nădăjduiţi ceva în schimb. Şi răsplata voastră va fi mare, şi veţi fi fiii Celui Prea Înalt; căci El este bun şi cu cei nemulţămitori şi cu cei răi. 
36 Fiţi dar milostivi, cum şi Tatăl vostru este milostiv.
(Luca 6:27-36)

Isten Igéje Today (28-8-2012) Hungarian
27De néktek mondom, kik [engem] hallgattok: Szeressétek ellenségeiteket, jól tegyetek azokkal, a kik titeket gyûlölnek, 
28Áldjátok azokat, a kik titeket átkoznak, és imádkozzatok azokért, a kik titeket háborgatnak. 
29A ki [egyik] arczodat megüti, fordítsd néki a másikat is; és attól, a ki felsõ ruhádat elveszi, ne vond meg alsó ruhádat se. 
30Mindennek pedig, a ki tõled kér, adj; és attól, a ki elveszi a tiédet, ne kérd vissza. 
31És a mint akarjátok, hogy az emberek veletek cselekedjenek, ti is akképen cselekedjetek azokkal. 
32Mert ha [csak] azokat szeretitek, a kik titeket szeretnek, mi jutalmatok van? Hiszen a bûnösök is szeretik azokat, a kik õket szeretik. 
33És ha [csak] azokkal tesztek jól, a kik veletek jól tesznek, mi jutalmatok van? Hiszen a bûnösök is ugyanazt cselekszik. 
34És ha [csak] azoknak adtok kölcsönt, a kiktõl reménylitek, hogy visszakapjátok, mi jutalmatok van? Hiszen a bûnösök is adnak kölcsönt a bûnösöknek, hogy ugyanannyit kapjanak vissza. 
35Hanem szeressétek ellenségeiteket, és jól tegyetek, és adjatok kölcsönt, semmit érte nem várván; és a ti jutalmatok sok lesz, és ama magasságos [Istennek] fiai lesztek: mert õ jóltévõ a háládatlanokkal és gonoszokkal. 
36Legyetek azért irgalmasok, mint a ti Atyátok is irgalmas.
(Lukács 6:27-36)


Salita ng Diyos Ngayon (28-8-2012) Pilipino
27 "Subalit sinasabi ko sa inyong mga nakikinig sa akin: Mahalin ninyo ang inyong mga kaaway at gawan ng mabuti ang mga napopoot sa inyo. 
28 Pagpalain ninyo ang sumusumpa sa inyo at ipanalangin ang mga nang-aapi sa inyo. 
29 Kapag sinampal ka sa isang pisngi, iharap mo rin ang kabila. Kapag inagaw ang iyong balabal, huwag mong ipagkait ang iyong damit. 
30 Bigyan mo ang bawat humihingi sa iyo; at kung may kumuha ng iyong ari-arian, huwag mo nang bawiin pa ang mga iyon. 
31 Gawin ninyo sa inyong kapwa ang nais ninyong gawin nila sa inyo.
32 "Kung ang nagmamahal lamang sa inyo ang inyong mamahalin, ano pang gantimpala ang inyong hihintayin? Ang mga makasalanan man ay marunong ding magmahal sa mga nagmamahal sa kanila. 
33 Kung ang mga nagmamabuti lamang sa inyo ang inyong gagawan ng mabuti, ano pang gantimpala ang inyong hihintayin? Kahit ang masasamang tao ay gumagawa rin niyan! 
34 At kung ang makakabayad lamang ang inyong pauutangin, ano pang gantimpala ang inyong hihintayin? Kahit ang masasamang tao ay nagpapautang din sa kapwa nila masama, sa pag-asang sila'y mababayaran. 
35 Sa halip, mahalin ninyo ang inyong mga kaaway at gumawa kayo ng mabuti. Magpahiram kayo na hindi umaasa ng anumang kabayaran. Sa gayon, malaking gantimpala ang tatamuhin ninyo, at kayo'y magiging mga anak ng Kataas-taasang Diyos. Sapagkat siya'y mabuti kahit sa masasama at sa mga hindi marunong tumanaw ng utang na loob. 
36 Maging mahabagin kayo tulad ng inyong Ama."
(Lucas 6:27-36)